छत पर मिले पेट्रोल बम, गुलेल और ईंटें... बुरे फंसे पार्षद ताहिर के बचाव में उतरी AAP - मानवी मीडिया

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Thursday, February 27, 2020

छत पर मिले पेट्रोल बम, गुलेल और ईंटें... बुरे फंसे पार्षद ताहिर के बचाव में उतरी AAP




  • दिल्ली राष्ट्रीय बृहस्पतिवार 27 फरवरी, 2020 |नई दिल्लीनॉर्थ ईस्ट दिल्ली के खजूरी में हुई हिंसा को भड़काने के पीछे क्या आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का हाथ था? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि ताहिर हुसैन के घर की छत से गुलेल, पेट्रोल बम और कट्टे तथा ट्रे में भरे मोटे पत्थर बरामद किए गए हैं। हालांकि पार्षद ताहिर खुद को बेकसूर बता रहे हैं। वहीं पार्टी भी ताहिर हुसैन के बचाव में उतर आई है और इस मामले में निष्पक्ष जांच की मांग कर रही है।बता दें कि इसी घर का एक वीडियो भी पहले सामने आया था, जिसमें वहां से लगातार पत्थर और पेट्रोल बम चल रहे थे। आईबी स्टाफ अंकित शर्मा के मर्डर के पीछे भी परिवार इस घर की छत पर मौजूद लोगों को जिम्मेदार ठहरा रहा है। अब माहौल शांत होने के बाद जब कुछ मीडियाकर्मी उस घर की छत पर पहुंचे तो नजारा दिखा। घर की छत पर पत्थर ही पत्थर दिखे। वहां कुछ पत्थरों का चूरा भी था, जैसे वहां मोटे पत्थरों को कूटकर छोटा किया गया हो। साथ ही वहीं एक बड़ी सी गुलेल भी पड़ी थी। इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक की बोतलों में पट्रोल भरा मिला है, जिनपर कपड़ा लगाकर उनसे बम बनाने की कोशिश हुई है। इसके अलावा कई कट्टे, बोरियां मिलीं, जिनमें से कुछ में पत्थर भी थे।इस मामले में ताहिर अब तक खुद को बेकसूर बता रहे हैं। उनका कहना है कि हिंसा के वक्त वह घर में मौजूद ही नहीं थे। पुलिस ने उन्हें पहले ही वहां से निकाल दिया था। वह बोले कि मेरे घर से कौन बम फेंक रहा था पता नहीं। उन्होंने यह भी दावा किया कि सामने वाले घरों से भी उनके घर की तरफ पत्थर चल रहे थे।उधर, आम आदमी पार्टी अपने पार्षद ताहिर के बचाव में उतर गई है। आप ने दिल्ली पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ताहिर के घर पर आठ घंटे बाद पहुंची थी। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। आप नेता संजय सिंह ने कहा, 'ताहिर हुसैन का सवाल है, उन्होंने बयान जारी किया। उनके घर के अंदर भीड़ घुसी, तो पुलिस को जानकारी दी। लगातार अपने को बचाने के लिए पुलिस से मदद मांगी। पुलिस आठ घंटे बाद पहुंची और पुलिस ने उन्हें निकाला। कहीं कोई दोषी हो, तो आप कार्रवाई कीजिए। ताहिर हुसैन का बयान है कि उनके घर में भीड़ घुसी थी। पत्थर क्यों थे, इस पर कहा कि पुलिस के अधिकारी ही यह बता सकते हैं। वह तो दो दिन से घर में है ही नहीं, पुलिस ने निकाला है।'इसी इलाके में रहनेवाले इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में अफसर अंकित शर्मा (26) की हत्या हो गई है। अंकित के परिवार का आरोप है कि ताहिर हुसैन की छत पर जो लोग मौजूद थे वे ही अंकित तो घसीटकर ले गए थे और उन्होंने ही अंकित का मर्डर किया। बता दें कि अंकित की डेड बॉडी पास के नाले से बरामद हुई थी।




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