- राष्ट्रीयर बृहस्पतिवार 20 फरवरी, 2020 |नई दिल्ली अरुणाचल प्रदेश के स्थापना दिवस पर गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर चीन ने आपत्ति जताई तो भारत ने दो टूक जवाब दिया। दरअसल, चीन ने भारत को सीमा मुद्दे को पेचीदा करने की चेतावनी दी है। भारत की संप्रभुता को लेकर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने पेइचिंग में मीडिया से कहा, ‘चीन सरकार ने अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी है और शाह की यात्रा का हम विरोध करते हैं।’ इस पर भारत ने पुरजोर विरोध करते हुए साफ कर दिया है कि अरुणाचल प्रदेश इस देश का हिस्सा है और यहां गृह मंत्री के दौरे पर किसी भी दूसरे देश को दखल देने का कोई अधिकार नहीं है।विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पत्रकारों से कहा, 'भारत का हमेशा से रुख रहा है कि अरुणाचल प्रदेश उसका अभिन्न हिस्सा है जिसे अलग नहीं किया जा सकता।' गृह मंत्री अमित शाह की अरुणाचल यात्रा पर चीन की आपत्ति से जुड़े सवाल पर रवीश कुमार ने कहा कि भारत के नेता समय-समय पर अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर जाते रहते हैं, जैसा कि वे देश के अन्य इलाकों में जाते हैं और भारतीय नेता की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर चीन की आपत्ति बेवजह है।अरुणाचल में अमित शाहगृह मंत्री अमित शाह गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के 34वें स्थापना दिवस पर यहां पहुंचे, जहां उन्होंने पूर्वोत्तर के इस प्रदेश को देश का अभिन्न हिस्सा करार देते हुए कहा कि 2014 से पहले तक पूर्वोत्तर के क्षेत्र भारत के दूसरे हिस्सों से केवल भौगोलिक रूप से जुड़े हुए थे, वास्तवकि जुड़ाव तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के कार्यकाल में हुआ। उन्होंने यहां उग्रवाद, अंतरराज्यीय संघर्ष जैसी समस्याओं के खात्मे पर भी जोर दिया और कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जब वे यहां वोट मांगने पहुंचेंगे तो पूर्वोत्तर उग्रवाद, अंतरराज्यीय संघर्ष जैसी समस्याओं से पूरी तरह मुक्त हो चुका होगा।
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Thursday, February 20, 2020
अमित शाह के अरुणाचल दौरे पर चीन ने जताई आपत्ति, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब
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