लखनऊ: मंगलवार28 जनवरी, 2020
दुनियाभर में अन्तर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस प्रतिवर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन 1965 को विश्व सीमा शुल्क संगठन (डब्ल्यूसीओ) का गठन किया गया था। विश्व सीमा शुल्क संगठन एक़ अंतर-सरकारी संगठन है, जिसका मुख्यालय बेल्जियम के ब्रुसेल्स में स्थित है। डब्ल्यूसीओ सामूहिक रूप से दुनिया भर में 180 से अधिक सीमा शुल्क प्रशासन का प्रतिनिधित्व करता है। अपनी विश्व भर में सदस्यता के साथ, डब्लूसीओ के उल्लेखनीय कार्य क्षेत्र मेंकृवैश्विक मानकों का विकास, सीमावर्ती प्रक्रियाओं का सरलीकरण एवं हितकारी करना, व्यापार आपूर्ति श्रृंखला-सुरक्षा, अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार को सुसाध्य बनाना, सीमाकर प्रवर्तन, नकल विरोधी कदम उठाना, निजी-सार्वजनिक भागीदारी संवर्धन इत्यादि शामिल हैं। चूंकि भारत में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व होता है। इसलिए भारत में यह आयोजन सुविधानुसार एक दिन पश्चात किया जाता है। इसी क्रम में सीमा शुल्क (नि.) आयुक्तालय, लखनऊ द्वारा कल आई.सी.ई. टॉवर, विभूति खण्ड, गोमती नगर, लखनऊ में ‘अन्तर्राष्ट्रीय सीमा शुल्क दिवस-2020’ का आयोजन किया गया।
इस वर्ष इसकी थीम- श्ब्न्ैज्व्डै थ्व्ैज्म्त्प्छळ ैन्ैज्।प्छ।ठप्स्प्ज्ल् थ्व्त् च्म्व्च्स्म्ए च्त्व्ैच्म्त्प्ज्ल् ।छक् ज्भ्म् च्स्।छम्ज्श् है। श्री वेद प्रकाश शुक्ला, आयुक्त की अध्यक्षता में आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में श्री सौरभ त्रिपाठी, महानिरीक्षक, सशस्त्र सीमा बल, लखनऊ फ्रंटियर, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम को पारिवारिक रूप देने और महिलाओं एवं बच्चों की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की गई।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती निहारिका लाखा, उपायुक्त के नेतृत्व में श्रीमती अनुपमा शरद एवं श्री चंद्रशेखर तिवारी ने किया। कार्यक्रम के अंतर्गत राजस्व संग्रह में उल्लेखनीय योगदान करने वाली फर्मों जिनमें मुख्यतयः मिर्जा इटरनेशनल लि. उन्नाव, पी.एन. इटरनेशनल लखनऊ, जोनसन मेथे केमिकल्स प्राइवेट लि. कानपुर.. इत्यादि तथा सीमा शुल्क (नि.) आयुक्तालय, लखनऊ परिक्षेत्र के अंतर्गत उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर आयोजित रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारम्भ सरस्वती संगीत अकादमी के विद्यार्थियों द्वारा ‘सरस्वती वन्दना’ से हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम में विभागीय अधिकारियों एवं उनके परिवारजनों द्वारा अत्यंत मोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। विभागीय कलाकारों में मुख्यतरू श्री शिव कुमार शर्मा, आयुक्त, ऑडिट लखनऊ, श्री मनोज कुमार श्रीवास्तव, श्रीमती अनुपमा शरद, श्रीमती वनिता शर्मा, श्री सुधीर कुमार, श्री हरीश श्रीवास्तव, श्री एस एल. मौर्या, श्री विवेक, मास्टर अक्षत अवस्थी इत्यादि ने गीत-गजल, लोकगीत एवं भातखंडे समविश्वविद्यालय के कलाकारों ने कव्वाली सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया।
इसके साथ ही श्री चंचल तिवारी उप आयुक्त की अगुवाई में एक काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमे श्री प्रदीप तिवारी, श्री अशोक कुमार आदि कवियों की प्रस्तुतियां उल्लेखनीय रही। श्रोताओं ने सामयिक कविताओं का खूब रसास्वादन किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री वी पी सिंह, अपर आयुक्त, श्री राकेश श्रीवास्तव (उपायुक्त), श्रीमती निहारिका लाखा (उपायुक्त), श्री चंचल (तिवारी उपायुक्त), श्री वी.के तिवारी (सहायक आयुक्त), श्री राजेश खन्ना, श्री शरद कमल, श्री गोविंद मिश्रा, श्री संजय श्रीवास्तव, श्री अमर उपाध्याय, श्री सौरभ कुमार, श्री पीयूष पाण्डेय, श्री अफी सिद्दीकी, श्री सी बी सिंह एवं श्री प्रमोद सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।