- पंजाब08:38 pm शुक्रवार 10 जनवरी, 2020 चंडीगढ़ भारत-पाक सीमा पर ड्रोन गतिविधियां बढ़ने के बाद हाई अलर्ट पर हुई पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को चीन में बने 2 अत्याधुनिक ड्रोन बरामद करने के साथ- साथ सरहद पार से हथियारों और नशों की तस्करी में शामिल सेना के नायक और 2 तस्करों को गिरफ्तार किया है। सर्च ऑपरेशनों में ड्रोन बैट्रियाँ, जरूरत के मुताबिक बनाए गए ड्रोन कंटेनर्स, 2 वॉकी टॉकी सैट, 6.22 लाख रुपए नगद, इनसास राइफल के मैगजीन भी बरामद किए गए हैं। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि सरहद के दोनों ओर 2-3 किलोमीटर का सफर तय करने के समर्थ ड्रोन नशों की खेप लाने के लिए पकिस्तान की ओर से भेजे जा रहे थे। इनके द्वारा स्पष्ट तौर पर पहले ही 4-5 उड़ानें भरी गई थीं। गुप्ता जिनके साथ एडीजीपी (आंतरिक सुरक्षा) आरएन ढोके, आईजी बॉर्डर रेंज, एसपीएस परमार और एसएसपी तरनतारन भी मौजूद थे, ने कहा कि यह पुख्ता प्रमाण कि नशा तस्करी के लिए ड्रोन इस्तेमाल किए जा रहे हैं, चाहे कि कोई नशा बरामद नहीं हुआ। डीजीपी के अनुसार, माड्यूल सदस्यों ने खुलासा किया था कि वह कुछ महीनों से ड्रोनों के द्वारा सरहद पार से नशों और हथियारों की तस्करी में शामिल थे। इसके साथ ही पाकिस्तान आधारित कुछ तस्करों का भी पता लगा है। गिरफ़्तार किए गए तीन व्यक्तियों की पहचान धर्मेन्द्र सिंह पुत्र हरी सिंह निवासी गाँव धनोआ खुर्द, अमृतसर; राहुल चौहान पुत्र शीश पाल चौहान निवासी 37 ई पूजा विहार, अम्बाला कैंट, हरियाणा और बलकार सिंह निवासी गाँव कालस, पुलिस थाना सराए अमानत खां, अमृतसर के तौर पर हुई है। धर्मेंद्र को भारत-पाक सरहद से 3 किलोमीटर दूर गाँव हरदोरत्न की एक जगह से गिरफ़्तार किया गया था, बलवान को एनडीपीएस के एक केस में अमृतसर जेल में बंद किया गया था और कल उसे प्रोडक्शन वॉरंट पर लाया गया था। सेना का नायक राहुल चौहान कथित तौर पर ड्रोन खरीदने और सप्लाई करने और सरहद पार के तस्करों को प्रशिक्षण देने में शामिल था। डीजीपी ने बताया कि 2 आरोपी अभी भी फरार हैं। उन्होंने आगे बताया कि आतंकवादी संगठनों, कट्टरपंथियों, नशा-तस्करों और अन्य राष्ट्र विरोधी तत्वों के साथ इनके संबंधों संबंधी विवरणों का पता लगाने के लिए पड़ताल की जा रही है। प्राथमिक जांच ने इस बात की पुष्टि की थी कि राहुल चौहान भारत और पाकिस्तान के अपने साथियों समेत पाकिस्तान से हेरोइन और हथियार उठाने के लिए सरहद पार से ड्रोन चलाने में सीधे तौर पर शामिल था। डीजीपी ने कहा कि वह और उसके साथी इनक्रिप्टड ओटीटी प्लेटफार्मों के द्वारा पाकिस्तानी तस्करों के साथ सीधे संपर्क में थे। द्विपक्षीय संचार की सुविधा देने के लिए सरहद पार से एक वॉकी टॉकी सैट को पाकिस्तान भेजे जाने की योजना बनाई गई थी।पहला ड्रोन चीनी कंपनी द्वारा बनाया डीजेआई इंसपायर-2 ड्रोन (कुआर्डकॉप्टर) था जिसको मोधे गाँव, थाना घरिंडा की एक उजाड़ सरकारी डिस्पेंसरी की इमारत में से बरामद किया गया, इस ड्रोन को यहाँ धर्मेन्द्र सिंह और उसके साथी नशा तस्करों ने छुपाया हुआ था। दूसरा ड्रोन भी चीनी कंपनी का बनाया डीजेआई मैट्रिस 600 पी.आर.ओ. (हैक्साकॉप्टर) था जो राहुल चौहान के खुलासे से करण विहार, सैक्टर-6, करनाल (हरियाणा) के एक घर में से बरामद किया गया। यह घर राहुल चौहान के एक दोस्त का था। राहुल ने खुलासा किया कि उसने 2019 में ओ.एल.एक्स. से काले रंग का आंशिक तौर पर खऱाब हुआ ड्रोन-ऐसपायर 02 मॉडल 1.50 लाख रुपए में खरीदा था। ड्रोन की मुरम्मत करने के बाद उसने इसको लगभग 2.75 लाख रुपए में ओ.एल.एक्स पर बेच दिया। इस बिक्री से हुई आय से राहुल ने पुणे से एक नया ड्रोन डीजेआई इंसपायर 02 मॉडल तकरीबन 3.20 लाख रुपए में खरीदा और इसको अमृतसर के एक अपराधी को 5.70 लाख रुपए में बेच दिया। उसने एक और ड्रोन डीजेआई मैट्रिस 600 को लगभग 5.35 लाख रुपए में खरीदा और इसको करनाल में छुपाकर रखा जहाँ से इसको बरामद किया गया।गुप्ता ने बताया कि विशेष मुहिम के दौरान पुलिस ने यह जानकारी हासिल की कि बलकार सिंह, जो कि एनडीपीएस केस में अमृतसर जेल में बंद था, अपने साथियों समेत ड्रोन का प्रयोग करके नशा और हथियारों की तस्करी कर रहा है। एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि ड्रोन को अमल में लाने के लिए तकनीक उपलब्ध है और इसको देश में ही बनाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इन ड्रोनों का प्रयोग में बीएसएफ की किसी भी तरह की मिलीभुगत को नकारते हुए कहा कि एजेंसी पंजाब पुलिस के साथ मिलकर सरहदी क्षेत्र में ड्रोन की गतिविधियों की पहचान और जांच करने के लिए पूरी तनदेही के साथ काम कर रही है।
Post Top Ad
Friday, January 10, 2020
Home
Unlabelled
पंजाब पुलिस ने किया नशे और हथियारों की तस्करी का भंडाफोड़, सेना के नायक और 2 तस्कर गिरफ्तार
पंजाब पुलिस ने किया नशे और हथियारों की तस्करी का भंडाफोड़, सेना के नायक और 2 तस्कर गिरफ्तार
Post Top Ad
Author Details
.