- अंतर्राष्ट्रीय02:16 pm मंगलवार 14 जनवरी, 2020 लंदन अनुसंधानकर्ताओं ने एक ऐसी नई मशीन डेवलेप की है जो मनुष्यों के जख्मी लीवर का इलाज कर सकती है और उसे एक हफ्ते तक शरीर के बाहर भी जिंदा रख सकती है। इस अनुसंधान से ट्रांसप्लांटेशन के लिए जो मानव अंगों को रखा जाता है उसकी संख्या बढ़ सकती है। स्विट्जरलैंड में ईटीएच ज्यूरिख समेत अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, जख्मी लीवर नई टेक्नोलॉजी की मदद से कई दिनों तक पूरी तरह से काम कर सकते हैं। साथ ही उनमें लीवर बीमारी या कैंसर से पीड़ित मरीजों की जान बचाने की क्षमता भी है।पत्रिका नेचर बायोटेक्नोलॉजी में छपे अनुसंधान में इस मशीन को जटिल ‘परफ्यूजन’ प्रणाली बताया गया है जो लीवर के कामों की नकल करती है। ईटीएच ज्यूरिख के सह-लेखक पियरे एलें क्लेवें ने कहा, 'सर्जनों, जीव विज्ञानियों और इंजीरियरों के एक समूह की चार साल की मेहनत के बाद बनी अनोखी परफ्यूजन प्रणाली की सफलता ने प्रतिरोपण में कई नए अनुप्रयोगों का मार्ग प्रशस्त कर दिया है।' जब 2015 में यह परियोजना शुरू हुई थी तो वैज्ञानिकों ने कहा था कि लीवर को मशीन पर केवल 12 घंटे तक जीवित रखा जा सकता है।