राष्ट्रीय समाचार12:01 pm सोमवार 6 जनवरी, 2020 नई दिल्ली राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में एक साथ दाखिला लेने वाले तीनों दोस्त आज भारत की तीनों सेनाओं के प्रमुख हैं। वर्ष 1976 में जब 17 वर्षीय 3 युवा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में एक साथ प्रशिक्षण ले रहे थे, तो उन्हें शायद ही पता रहा होगा कि एक दिन वे सशस्त्र बलों के प्रमुख के रूप में एक साथ देश की सेवा करेंगे। हम बात कर रहे हैं वर्तमान थल सेना अध्यक्ष, वायुसेना प्रमुख और नौसेना अध्यक्ष की जिन्होंने 43 साल पहले NDA में एक साथ ही ट्रेनिंग की।तीन दोस्त, तीनों के पिता ही एयरफोर्स में रहे, तीनों एक ही कोर्स में बैचमेट रहे और 44 साल बाद तीनों ही अलग-अलग सेनाओं के प्रमुख, यह कोई फिल्मी स्टोरी नहीं है, बल्कि भारत की तीनों सेना प्रमुखों की असली कहानी है। थल सेना अध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया और नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह, तीनों ही पुराने दोस्त और बैचमेट रहे हैं। तीनों ही एनडीए के 56वें कोर्स में एक साथ पढ़े हैं। इसके अलावा तीनों के पिता ही भारतीय वायुसेना के सदस्य रह चुके हैं। भारतीय सेनाओं के इतिहास में ऐसा 28 साल बाद फिर हुआ है कि एक ही एनडीए बैच के कैडेट तीनों सेनाओं के अध्यक्ष बने हैं|
एडमिरल करमबीर सिंह ने 31 मई को नौसेना प्रमुख के रूप में पदभार संभाला, जबकि एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया 30 सितंबर को भारतीय वायु सेना प्रमुख के रूप में शामिल हुए। 31 दिसम्बर 2019 को 59 वर्षीय सैन्य अधिकारी मुकुंद नरवणे के 28वें थलसेना अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला|
इन तीनों सैन्य अधिकारियों के बारे में बताया गया कि NDA में अपने तीन साल के ट्रेनिंग के पूरा होने के बाद, जून-जुलाई 1980 में अधिकारियों के रूप में कमीशन पाने से पहले वे सभी अपनी-अपनी सेवा अकादमियों में चले गए थे। इस दुर्लभ संयोग को लेकर सेना के अधिकारियों ने मीडिया से बातचीत में बताया कि NDA बैच के ये तीनों साथियों के लिए अपनी सेवाओं के प्रमुख बनने के लिए यह अत्यंत दुर्लभ है। इससे पहले इसी तरह के एक उदाहरण में, जनरल एसएफ रोड्रिक्स, एडमिरल एल रामदास और एसीएम एनसी सूरी, जो एनडीए के ही बैचमेट थे उन्होंने दिसंबर 1991 में एनडीए के 81वें कोर्स की पासिंग आउट परेड में भाग लिया था।भारतीय वायुसेना ने तीनों प्रमुखों की फोटो की पोस्ट तीन दोस्तों के लिए इससे अच्छा अनुभव क्या होगा, जब तीनों एक साथ देश की सेनाओं के प्रमुख बने हों। तीनों ने साल 1976 में एनडीए ज्वॉइन की थी। इसे लेकर भारतीय वायुसेना ने तीनों प्रमुखों की फोटो पोस्ट करते हुए युवाओं से वायुसेना ज्वॉइन करने का अपील की।