उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य योजनाओं का भार आशा के कंधों पर: स्वास्थ्य मंत्री* - मानवी मीडिया

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Wednesday, September 4, 2019

उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य योजनाओं का भार आशा के कंधों पर: स्वास्थ्य मंत्री*

आज दिनांक 4 सितंबर 2019 को लखनऊ के गांधी स्मृति भवन सभागार में जनपदीय आशा सम्मेलन को संबोधित करते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री जयप्रताप सिंह ने कहा कि प्रदेश में जब से माननीय श्री योगी जी की सरकार बनी है आशाओं की सम्मान राशि में वृद्धि की गई है। 22 करोड़ की आबादी में आशा के माध्यम से एक एक घर में दस्तक दी जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ दिया गया है जिसका भार आशा के ऊपर है। उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना ,,जननी शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम, आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना तथा सुमंगला योजना ,लगभग सभी स्वास्थ्य योजनाओं का भार आशा के ऊपर है ।उन्होंने कहा कि आशा एक कड़ी बन गई है। सारी योजना आशा को केंद्र में रखकर बनती हैं ।उससे ज्यादा विश्वास किसी पर नहीं है।                                            एक अच्छी बात यह है कि आशा के सम्मान के लिए एक दिवस तय कर लिया गया है जो कि 23 अगस्त है। उन्होंने आशाओं की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा  कि अभी संचारी रोग का अभियान भी चल रहा है। पूर्वांचल में जहां से मैं आता हूं जेई व एईएस का भयंकर प्रकोप था जिसे दस्तक अभियान से आशा बहुओं के सहयोग से नियंत्रित कर लिया गया है ।आशाओं के सहयोग से इस कार्यक्रम पर पूरी तरह नियंत्रण कर लिया जाएगा ,ऐसा विश्वास है। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा नोडल अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डा अजय राजा ने बताया कि आशा सम्मेलन का उद्देश्य आशा की सेवाओं को सम्मानित करना तथा उनके योगदान के महत्व को रेखांकित करना है। वास्तव में जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की जितनी भी योजनाएं चल रही है ,आशाओं के बलबूते पर ही चल रही है। आशाओं ने स्वास्थ्य सेवाओं को निचले स्तर तक पहुंचाने का कार्य किया है ।इसी का परिणाम है कि स्वास्थ्य योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है। उनके कारण मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर में कमी आई है ।जनपद लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र अग्रवाल ने माननीय मंत्री महोदय तथा लखनऊ के कोने कोने से आई आशाओं का स्वागत करते हुए कहा कि आज लखनऊ में आशाओं का भुगतान प्रदेश में सबसे अधिक है। जहां राज्य का औसत  ₹3500 प्रति आशा प्रतिमाह है ,वही जनपद लखनऊ का ₹4770 प्रति आशा प्रतिमाह है ।लखनऊ जनपद प्रदेश के सापेक्ष 35% अधिक भुगतान कर रहा है ।उन्होंने कहा कि *नगरीय क्षेत्र में गैर मलिन बस्तियों में आशा नियुक्त करने वाला लखनऊ प्रदेश का पहला जनपद है* इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी का संदेश भी पढ़कर सुनाया जो उन्होंने आशा दिवस पर भेजा है।  माननीय मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिवर्ष यह दिवस हमें समुदाय में स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाने में आशा की प्रतिबद्धता की याद दिलाता है ।विगत 2 वर्षों में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों में व्यापक सुधार आया है। नियमित टीकाकरण एवं मिशन इंद्रधनुष में आशा के प्रयासों के फलस्वरूप बच्चों का टीकाकरण 81% से बढ़कर 87% हो गया है।  इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में  निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष लाभार्थियों का पंजीकरण 87% हो गया है। कार्यक्रम में आशाओं को संबोधित करते हुए *अपर मिशन निदेशक थमीम अंसारिया ए*  ने कहा  कि आशाओं ने स्वास्थ्य योजनाओं को निचले स्तर तक पहुंचाने का कार्य किया है ।इसी का परिणाम है कि स्वास्थ्य योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो रहा है। उनके कारण ही मातृ मृत्यु दर तथा शिशु मृत्यु दर में कमी आई है।कार्यक्रम में महानिदेशक चिकित्सा  एवं स्वास्थ्य डॉ पद्माकर सिंह, महानिदेशक परिवार कल्याण डॉ उमाकांत गुप्ता ,महाप्रबंधक कम्युनिटी प्रोसेस डॉक्टर राजेश झा ,समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तथा ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगरीय क्षेत्रों से आई हुई लगभग 600 आशाएं भी उपस्थित थी। कार्यक्रम में आशाओं के लिए चूड़ी पहनने की, सुई धागा पिरोने की तथा ऑनलाइन क्विज की प्रतियोगिताएं भी हुई जिसमें विजई प्रतिभागियों पुरस्कार प्रदान किए गये। कार्यक्रम में जनपद की लगभग 30 आशाओं को उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रथम पुरस्कार के रूप में ₹5000 एवं प्रशस्ति पत्र,, द्वितीय पुरस्कार के रूप में ₹2000 तथा तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹1000 सीधे उनके खाते में ट्रांसफर किए गए ।सुई धागा की प्रतियोगिता में प्रथम स्थान काकोरी की आशा श्रीमती उर्मिला द्वितीय स्थान माल की सुमन रावत तथा तृतीय स्थान बीकेटी की माधुरी देवी को प्राप्त हुआ। चूड़ी पहनाने की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार काकोरी की राम श्री तथा ज्ञानवती, द्वितीय पुरस्कार मोहनलालगंज की सरोजन एवं पूनम सिंह तथा तृतीय पुरस्कार मलिहाबाद की रेखा सिंह एवं बबली सिंह को दिया गया। ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रीमती राजेश्वरी देवी माल ,द्वितीय स्थान मीरा देवी चिनहट तथा तृतीय स्थान आरती मोहनलालगंज को मिला।


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