सोमवार 9 सितंबर 2019 नई दिल्ली: चंद्रयान-2 से लैंडर विक्रम से 7 सितंबर को संपर्क टूटने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और इसके प्रमुख के. सिवन सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में है। उनकी अगुवाई में देश ने इताहस रचा है। इस बीच कई यूजर्स ऐसे भी है जो सोशल मीडिया पर इसरो चीफ के नाम का फेक अकाउंट बना रहे हैं। ज्यादातर फेक अकाउंट की भरमार ट्विटर पर देखने को मिल रही है। आज इसरो ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सिवन ट्विटर पर नहीं हैं और उनके नाम से चल रहे अकाउंट फर्जी हैं।
एक प्रेस रिलीज जारी कर इसरो ने कहा कि ये नोट किया गया है कि सोशल मीडिया पर के. सिवन के नाम से कई अकाउंट बनाए गए हैं, जिन पर उनकी तस्वीर भी लगी हुई है। इसरो का कहना है कि के. सिवन का सोशल मीडिया पर कोई पर्सनल अकाउंट नहीं है। ऐसे में इन अकाउंट्स से जो भी बातें साझा की जा रही हैं, उनकी कोई पुष्टि नहीं है। इसके अलावा इसरो ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने ऑफिशियल अकाउंट की जानकारी दी है।
It is noticed that accounts in the name of Kailasavadivoo Sivan is operational on many Social media. This is to clarify that Dr. K Sivan, Chairman, ISRO does not have any personal accounts.
For official accounts of ISRO, please see https://t.co/DKhLvUwK1P
— ISRO (@isro) September 9, 2019
बता दें, इस साल 22 जुलाई को 978 करोड़ की लागत वाले चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष में भारत के हेवी-लिफ्ट रॉकेट जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-मार्क 3 (जीएसएलवी एमके 3) के जरिए लॉन्च किया गया था। चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने की कोशिश करते समय 7 सितंबर को चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर से संपर्क टूट गया था जिससे के. सिवन का मनोबल टूटा गया था। तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका हौसला बढ़ाया। के. सिवन को हर कोई सलाम कर रहा है क्योंकि जिस संघर्ष के साथ वह इस पद तक पहुंचे और फिर अंतरिक्ष की दुनिया में भारत का झंडा बुलंद किया।