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Sunday, September 1, 2019

स्वास्थ्य विभाग की टीम आने पर बच्चों का परीक्षण ज़रूर कराएं


बदायूँः  जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगत का औचक निरीक्षण किया। कोई भी चिकित्सक बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। स्वास्थ्य विभाग की जर्जर भावनों को गिरवाया जाए। सभी चिकित्सक सीएचसी मुख्यालय पर ही निवास करें। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देश दिए कि मलेरिया के मरीजों का विशेष ध्यान देकर समय से इलाज किया जाए।चिकित्सक मरीजों को समय से देखें तथा विशेषकर मलेरिया पीएफ के मरीजों को भर्ती कर उन्हें ठीक करके ही घर भेजा जाए।




तत्पश्चात जिलाधिकारी द्वारा ग्राम मौजमपुर का निरीक्षण किया। मौजमपुर में चिकित्सा टीम ने बताया कि खतरनाक मलेरिया 20 लोगों को है।उन्होंने कहा कि सभी मरीजों को सीएचसी पीएचसी एवं जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया जाए। खतरनाक मलेरिया से घबराने की कोई जरूरत नहीं है समय से सरकारी स्वास्थ्य केंद्र से तीन दिन दवाई खाने से ही ठीक जाता है हो।साधारण मलेरिया के लिए 14 दिन तक दवाई खानी पड़ती है। जगन्नाथ के घर में 4 बच्चों को मलेरिया होने परघर जाकर डीएम ने हालचाल पूछा और कहा कि सभी बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र से दवा दिलाई जाए। उन्होंने कहा कोई भी गांव का व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे तत्काल 108 एंबुलेंस से स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जाए। स्वास्थ विभाग की जब भी टीम जाए तो सभी लोग अपने बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं। बच्चों को टीकाकरण होने से भविष्य में बीमारियां नहीं होती है। चिकित्सा टीम इस गांव में एक एक व्यक्ति का मलेरिया का परीक्षण करें। गांव को सभी लोगसाफ-सुथरा सुंदर रखे जिससे लोग बीमार नहीं होंगे। गांव में नियमित फागिग एंटी लारवा दवा का छिड़काव किया जाए। सभी लोग पूरे कपड़े पहने और पीने का पानी उबालकर ही प्रयोग करें। इस अवसर पर प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मंजीत सिंह, डॉ अनिल कुमार शर्मा, डॉ कौशल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।




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