नई दिल्ली रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कर्नाटक के बेंगलुरु में स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी। पहली बार देश के रक्षा मंत्री ने स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरी। राजनाथ सिंह करीब आधे घंटे तेजस विमान में ही रहेंगे। 3 साल पहले ही तेजस को वायु सेना में शामिल किया गया था। अब तेजस का अपग्रेड वर्जन भी आने वाला है।बता दें कि तेजस हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तैयार किया है। 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को करीब 45 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे।
तेजस में रक्षा मंत्री की यह उड़ान उस वक्त होने जा रही है जब HAL को देश में बनाए जाने वाले 83 एलसीए मार्क 1ए विमान के निर्माण के लिए 45 हजार करोड़ रुपये की परियोजना मिलने वाली है।बता दें कि तेजस फाइटर जेट को 21 फरवरी, 2019 को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) द्वारा फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (FOC) स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन द्वारा जारी किया गया था। FOC स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन जारी करने का मतलब है कि तेजस मुकाबले के लिए तैयार है। तेजस पहले से ही हवा में ईंधन भरने, इलेक्ट्रॉनिक युद्धक सुइट, कई अलग-अलग प्रकार के बम, मिसाइल और हथियारों जैसी तकनीकों से लैस है।13 सितंबर 2019 को तेजस का नौसैनिक वर्जन एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल करने में सफल रहा, जब इसने गोवा में समुद्री तट -आधारित टेस्ट फैसिलिटी (SBTF) INS हंसा में वायर-अरेस्ट लैंडिंग की। वायर अरेस्टेड लैंडिंग करने वाले तेजस विमान को चीफ टेस्ट पायलट कमोडोर जयदीप ए मौलंकर ने उड़ाया था। DRDO ने वायर-अरेस्ट लैंडिंग को "इंडियन नेवल एविएशन" के इतिहास में "गोल्डन लेटर डे" कहा था।