नई दिल्ली: केंद्र सरकार के श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार उत्तर प्रदेश में 'रोजगार कम नहीं, योग्य युवाओं की कमी' वाले बयान पर घिरते नजर आ रहे हैं। इसे लेकर कांग्रेस, बीएसपी समेत कई विपक्षी दलों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए इसे उत्तर भारतीयों का अपमान बताया है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं, ये नहीं चलेगा।
प्रियंका ने ट्वीट में लिखा, 'मंत्रीजी, 5 साल से ज्यादा आपकी सरकार है। नौकरियां पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियां थीं, वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे और आप हैं कि उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं। ये नहीं चलेगा।'
दूसरी तरफ, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी ट्वीट कर केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री के बयान को अत्यंत शर्मनाक बताया। उन्होंने मांग भी की कि केंद्रीय मंत्री को अपने बयान के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। मायावती ने ट्वीट किया, 'देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के संबंध में केंद्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।'
ये कहा था केंद्रीय मंत्री गंगवार ने
संतोष गंगवार ने कहा कि हमारे उत्तर प्रदेश में जो रिक्रूटमेंट करने आते हैं, वो इस बात का सवाल करते हैं कि जिस पद के लिए हम रख रहे हैं उस क्वालिटी का व्यक्ति हमें नहीं मिल रहा है। कमी है तो योग्य लोगों की। मंत्री का कहना है कि हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं। इसलिए मुझे जानकारी है कि देश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। रोजगार बहुत है। रोजगार दफ्तर के आलावा हमारा मंत्रालय भी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है। रोजगार की कोई समस्या नहीं है बल्कि जो भी कंपनियां रोजगार देने आती हैं, उनका कहना होता है कि उन युवाओं में योग्यता नहीं है। मंदी की बात समझ में आ रही है, लेकिन रोजगार की कमी नहीं है।