रविवार 01, सितंबर 2019 नई दिल्ली: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की ओर से रविवार की सुबह अर्थव्यवस्था को लेकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया दी है। पत्रकारों ने बात करते हुए वित्तमंत्री ने कहा- 'क्या डॉ. मनमोहन सिंह कह रहे हैं कि राजनीतिक प्रतिशोध की भावना में लिप्त होने के बजाय समझदार लोगों से बातचीत कर रास्ता निकालना चाहिए? क्या उन्होंने ऐसा कहा है? ठीक है, धन्यवाद, मैं इस पर उनकी बात सुनूंगी। यही मेरा जवाब है।'निर्मला सीतारमण का यह बयान ऐसे वक्त पर आया जब वे चेन्नई में कर अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद मीडिया को संबोधित कर रही थी। जब निर्मला सीतारमण से यह पूछा गया कि क्या हम आर्थिक मंदी को देख रहे हैं, क्या सरकार इसे मान रही है? इसके जवाब में निर्मला ने कहा- “मैं इंडस्ट्रीज के साथ बैठक कर रही हूं, उनकी राय ले रही है। उनका सुझाव ले रही हूं कि आखिर वो क्या चाहते हैं और क्या सरकार से उम्मीद कर रहे हैं। मैं उन्हें उसका जवाब दे रही हूं। मैं पहले ही ऐसा दो बार कर चुकी हूं। मैं और ऐसा कई बार करूंगी।”गौरतलब है कि आज पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंदी के लिए सरकार पर निशान साधते हुए कहा कि यह आर्थिक नरमी मोदी सरकार के चौतरफा कुप्रबंधन की वजह से है। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी में जल्दबाजी को मानव रचित संकट बताया है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की कमजोर ग्रोथ पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि यह महज 0.6 फीसदी रह गई है। इससे स्पष्ट है कि हमारी इकॉनमी अब तक नोटबंदी जैसी मानवजनित गलतियों से उबर नहीं सकी है। इसके अलावा गलत तरीके से लागू जीएसटी से भी इकॉनमी की हालत खराब हुई है।