रविवार 01, सितंबर 2019 नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है। इसी बीच विदेश मंत्रालय के हवाले से खबर आई है कि करतारपुर कॉरिडोर को लेकर भारत और पाकिस्तान के प्रतिनिधियों के बीच 4 सितंबर को बैठक होगी। इस बात की पुष्टि दोनों देशों की तरफ से की गई है कि वह 4 सितंबर को करतारपुर गलियारे के अंतिम तौर-तरीकों को पूरा करने के लिए मिलेंगे। बैठक इस बार भारत में अटारी पर सुबह 10ः30 बजे निर्धारित की गई है।बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर को लेकर नई दिल्ली ने बातचीत का प्रस्ताव रखा था। भारत और पाकिस्तान केप्रतिनिधिन करतारपुर कॉरिडोर को लेकर तीसरी बार बातचीत करने जा रहे हैं। करतारपुर कॉरिडॉर के बनने से लाखों तीर्थयात्रियों को पवित्र करतारपुर गुरुद्वारे में दर्शन कर सकेंगे।
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर इस साल अटारी में पहले चरण की बैठक हुई थी। इसके बाद वाघा में जुलाई में भी बैठक हुई थी। दूसरे चरण की बातचीत 14 जुलाई को पाकिस्तान के वाघा में हुई थी। उस वक्त पाकिस्तान ने पुरानी रावी क्रीक पर ब्रिज बनाने पर सहमति व्यक्त की थी, जिससे गुरुद्वारा करतारपुर साहिब में पूरे साल तीर्थयात्रा करने की अनुमति होगी।
गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर पर पाकिस्तानी और भारतीय दोनों तरफ काम जोरों पर है। नवंबर 2018 में, भारत, पाकिस्तान ने पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के अंतिम विश्राम स्थल, करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को जोड़ने वाली एक सीधी सीमा-पार स्थापना की घोषणा की। करतारपुर डेरा बाबा नानक से लगभग चार किमी दूर रावी नदी के पार पाकिस्तान के नरोवाल जिले में स्थित है।