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Tuesday, September 3, 2019

आखिरकार स्वामी चिन्मयानंद ने तोड़ी चुप्पी, कहा- स्वागत योग्य है सुप्रीम कोर्ट का फैसला

मंगलवार 3, सितंबर 2019लॉ की छात्रा का वीडियो वायरल होने के बाद मौन साधे स्वामी चिन्मयानंद ने आखिरकार चुप्पी तोड़ दी है। उनका फोन भी रिसीव हुआ और कुछ क्षण बात भी की। बोले कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। वह इस विषय पर बुधवार को विस्तार से बात करेंगे। वह शाहजहांपुर भी आ सकते हैं।



बताया जा रहा है कि 24 अगस्त को जब छात्रा ने वीडियो वायरल किया था, तब स्वामी चिन्मयानंद हरिद्वार में थे। उसके बाद से उनका किसी से कोई संपर्क नहीं हुआ। हरिद्वार स्थित आश्रम में भी संपर्क करने की कोशिश की गई थी, तब उनके प्रवक्ता ओम सिंह की ओर से बयान आया कि स्वामी तीन दिन के मौन व्रत पर हैं। इसलिए वह इस प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद ही कुछ बोलेंगे।


इस बीच पुलिस की टीमें भी उनके बयान लेने पहुंचीं, लेकिन वह सफलता नहीं मिली। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद स्वामी चिन्मयानंद ने मौन तोड़ा। कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय स्वागत योग्य है। उनके प्रवक्ता ओम सिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वागत योग्य बताया है।                          इस बीच स्वामी चिन्मयानंद पर उनकी फेसबुक पर प्रोफाइल दो बार अपडेट हुई। पहली बार 29 अगस्त को उन्होंने अपनी जो फोटो अपडेट की थी, उसमें वह रिलैक्स लग रहे थे। दूसरी बार 31 अगस्त को उनकी अवधूत मंडल के अध्यक्ष स्वामी रुपेंद्र प्रकाश के साथ फोटो टैग की गई है।


सुप्रीम कोर्ट ने एलएलएम की छात्रा द्वारा पूर्व मंत्री चिन्मयानंद के संस्थान एसएस लॉ कालेज और उसके प्रबंधन पर लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को विशेष जांच दल (एसआइटी) गठित करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने कहा है कि एसआइटी की अध्यक्षता आईजी रैंक के अधिकारी करेंगे, जबकि एसएसपी उन्हें सहयोग करेंगे। कोर्ट ने आदेश दिया है कि एसआईटी लड़की के आरोपों और आशंकाओं के अलावा उसके पिता और संस्थान द्वारा दर्ज कराई गई क्रास एफआइआर के आरोपों की भी जांच करेगी। कोर्ट ने दोनों मामलों में एसआइटी को हाईकोर्ट के समक्ष स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया है। मामले की आगे निगरानी इलाहाबाद हाई कोर्ट करेगा।


स्वामी चिन्मयानंद के संस्थान एसएस लॉ कालेज शाहजहांपुर में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्‍त को फेसबुक एक वीडियो जारी कर उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। विडियो पोस्‍ट कर उसने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगाए थे कि उन्‍होंने पीड़‍िता समेत कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। उसने यह भी दावा किया कि उसके पास इसके सबूत हैं। यह विडियो पोस्‍ट करने के बाद छात्रा गायब हो गई थी, जो कि बाद में राजस्थान में मिली थी।सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर लड़की को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट के आदेश पर फिलहाल वह दिल्ली में शार्ट स्टे होम में पुलिस सुरक्षा में रह रही है और उसके मातापिता भी दिल्ली लाए गए हैं। इससे पहले शाहजहांपुर पुलिस ने 25 अगस्‍त को चिन्‍मयानंद के कानूनी सलाहकार ओम सिंह की शिकायत पर अज्ञात व्‍यक्तियों के खिलाफ जबरन वसूली और सूचना तकनीक ऐक्‍ट के तहत एफआएआर दर्ज कराई थी। इसके बाद इस केस में छात्रा के पिता की तहरीर पर स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी मुकदमा दर्ज किया गया था।




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