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लखनऊ 7 मई। लखनऊ में सोमवार को चुनाव ड्यूटी पर आए जवानों ने इलाके के हिसाब से खाने की दोहरी व्यवस्था होने पर नाराजगी जताई। आरोप है कि वीआईपी क्षेत्रों में जवानों को स्वादिष्ट थाली और पुराने लखनऊ में सूखी पड़ी सब्जी खाने के लिए दी गई। अधिकांश जगहों पर देखा गया की पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। टंकियों से खौलता हुआ गरम पानी आ रहा था, जो की पीने के योग्य तो कतई नहीं था। वहीं, अधिकारियों का कहना था कि खाने की व्यवस्था थानेवार की जाती है। इसके लिए बजट जारी किया गया है, लेकिन हर थाने पर एक जैसी खाने की व्यवस्था संभव नहीं है। यह हाल राजधानी का है जहां डीजीपी से लेकर एसएसपी तक बैठते हैं।
यूपी के बाकी हिस्सों की व्यवस्था के बारे में सिर्फ अंदाजा लगाया जा सकता है। ठाकुरगंज, चौक और सआदतगंज समेत पुराने लखनऊ के कई बूथों पर जवानों को खाने में पूड़ी सब्जी दी गई। यहां तैनात एक जवान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वह मतदान कर्मियों के साथ रविवार दोपहर दो बजे बूथ पर पहुंच गए थे। आसपास कोई होटल न होने से लाई चने खाकर भूख मिटाई। 20 घंटे बाद उन्हें सूखी पूड़ी सब्जी खाने को मिली।
नूरबाड़ी में एक मतदेय स्थल पर तैनात अर्धसैनिक बल के जवान ने बताया कि वह तेलंगाना में चुनाव कराकर लखनऊ में ड्यूटी करने आए हैं। कुल मिलाकर यहां खाने और पानी की व्यवस्था बदतर है। इसी तरह अन्य जवानों ने भी नाराजगी जताई।
वहीं, हजरतगंज, नाका, गोमतीनगर, विभूतिखंड, इंदिरानगर जैसे इलाकों में तैनात जवानों ने तवे की रोटी, पराठे, सूखी सब्जी, पनीर, सलाद और चावल के साथ रसगुल्ला या गुलाब जामुन का लुत्फ भी उठाया।