May 7, 2019
उज्जैन। लोकसभा चुनाव के परिणाम अभी दूर है, लेकिन मंगलवार को भाजपा को महिदपुर में बड़ा झटका लग सकता है। यहां विधायक बहादुर सिंह चौहान से नाराज अनुसूचित जाति मोर्चा के पूर्व पदाधिकारियों को कांग्रेस ने अपने पक्ष में कर लिया है। नतीजतन१४ लोग मुख्यमंत्री कमलनाथ के समक्ष कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार महिदपुर भाजपा के कई नेता विधायक चौहान से नाराज है। यहीं वजह है कि अजा मोर्चा के पूर्व नगर अध्यक्ष राधेश्याम नरवरिया, पूर्व उपाध्यक्ष शांतिलाल चौहान, दिनेश सोलंकी, पूर्व मंत्री राजेश चौहान, सक्रिय कार्यकर्ता मदनलाल परमार, भोला परमार, रणजीत मालवीय, अनिल परमार, राकेश डामेचा, सचिन नवलखा और चार अन्य नेताओं ने जिले के वरिष्ठ नेताओं को कई शिकायत की।
बावजूद सुनवाई नहीं होने पर सभी का पार्टी से मोह भंग हो गया। पता चलते ही जितेंद्र मंडोरा ने डॉ. बटुक शंकर जोशी से उन्हें कांग्रेस में शामिल करने की बात कर ली। इन्हें लाने में जिला अध्यक्ष कमल पटेल व अनन्तनारायण मीणा की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
सीएम का आज का प्रोग्राम
प्रशासनिक प्रोग्राम के अनुसार सीएम नाथ 11:35 पर हेलिकॉप्टर से महिदपुर पहुंचेंगे। यहां आम सभा को संबोंधित करने के बाद वह करीब 12:30 पर बडऩगर के लिए रवाना होंगे। 12:45 पर बडऩगर पहुंचकर एक घंटे तक सभा लेने के बाद भोपाल रवाना हो जाएंगे।
विधायक पर गंभीर आरोप
नरवरिया ने आरोप लगाया कि कुछ समय पूर्व मंडल अध्यक्ष दिलीप नवलखा की मौत होने का कारण भी विधायक चौहान है। उन्होंने कहा कि मेरे साथी नवलखा व्यापारी थे। चौहान ने अपने ही मंडल अध्यक्ष के खिलाफ विधानसभा में प्रश्न लगाए। उनकी दुकानों की वीडियोग्राफी करवाकर प्रताडि़त किया। इसी कारण नवलखा की जान चली गई।
अजा वोट पर निशाना
महिदपुर भाजपा का गढ़ माना जाता है। यहां अनुसूचित जाति के ५५ हजार वोटर है। ऐसे में अजा मोर्चा के पूर्व पदाधिकारी व रविदास समाज अध्यक्ष नरवरिया के भाजपा छोडऩे का पता चलते ही डॉ. जोशी ने इन्हेंं शामिल करने की रणनिती बनाकर मुख्यमंत्री से बात की। तय किया कि सीएम की आमसभा में ही सभी को सदस्यता गृहण कराएंगे।
20 साल झंडे उठाए पर वेल्यू नहीं
भाजपा छोडऩे वाले अजा मोर्चा पूर्व अध्यक्ष नरवरिया ने कहा 20 साल से पार्टी का झंडा उठाकर घूमते रहे है। जिस वार्ड में भाजपा कमजोर थी वहां मजबूत कर दिया। अब विधायक कार्यकर्ताओं पर ही तानाशाही करते है। शिकायत कोई सूनने को तैयार नहीं। सम्मान की खातिर हम सब पार्टी छोड़ रहे है। अब चुनाव में भाजपा को नुकसान होगा।