सारी खुदाई एक तरफ,जोरू का भाई एक तरफ* *जीजा साले की जोडी ने मिलकर जानपद(सिविल)मे भ्रष्टाचार डंका* - मानवी मीडिया

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Wednesday, May 8, 2019

सारी खुदाई एक तरफ,जोरू का भाई एक तरफ* *जीजा साले की जोडी ने मिलकर जानपद(सिविल)मे भ्रष्टाचार डंका*

*फिर से सावधान राजू साहब*
*सारी खुदाई एक तरफ,जोरू का भाई एक तरफ*
*जीजा साले की जोडी ने मिलकर जानपद(सिविल)मे भ्रष्टाचार डंका*
वाराणसी 8 मई हाले पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम जहा भले ही पूरे डिस्कॉम को चलाने के लिये प्रबन्ध निदेशक की आवश्यकता व्यवस्था मे होती हो पर यहाँ तो नियमित रूप से नियुक्त डायरेक्टर प्रशासन का पूरा साम्राज्य कायम है जनाब आँख मे तेल और कान मे चाँदी की डौट लगाकर पूर्वांचल के डिस्कॉम को अपने इशारे पर चलाने मे पूर्व के प्रबन्ध निदेशक अतुल निगम से गोविन्द राजू जी के जमाने मे भी जनाब का साम्राज्य मजबूत पकड़ के साथ कायम नजर आ रहा है जनाब को चाँदी के जूते से मुँह सुजवाने की पूरानी आदत है अब नयी कहानी सूत्रो की माने तो वर्तमान प्रबन्ध निदेशक भी इस शतरंज के माहिर डायरेक्टर की कार्यशैली पर पूरा भरोसा करते नजर आ रहे हैं पर सच्चाई यह है कि पूरी तरह से भ्रष्टाचार मे डूबे इस डायरेक्टर की हर कार्यशैली पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को संदेह के घेरे मे खड़ा करती है चाहे वो स्थानांतरण नीति हो(मलाई काण्ड याद है ) या भ्रष्टाचार की जाँच का मुद्दा हो कब, क्यों और कैसे जैसे सवाल डिस्कॉम के अधिकारियों से ले कर कर्मचारियो के जुबान पर चर्चा का विषय होते हैं आइये हम आपको पूर्वांचल के डिस्कॉम के जानपद (सिविल) के भ्रष्टाचार की कुछ चुनिन्दा घटनाओ से रुबरु कराते है क्यो कि यहा चलता है मात्र कुछ भ्रष्टाचारियों का ही राज यहाँ के मुखिया वही चर्चित एकरूप दो स्वरूप व अवैध रूप से नियुक्त चेयर
मैन के कृपा पात्र वाले इस अधिकारी के इशारे पर इनकी टोली मे शामिल साले बहनोई ने जम कर सिविल डिवीजन को लूटा है टेण्डर हो या टी०आई० या हाईडिल कालोनी के अनुरक्षण मे मिलने वाले लाखो की लुटाई यहाँ खुलेआम यह खेल पूर्व मे रहे डिस्कॉम के MD अतुल निगम के जमाने से खेला जा रहा है और इन साले बहनोई द्वारा । इनकी तमाम शिकायतों को डिस्कॉम के प्रशासन द्वारा रफा दफा करने की पूरी जिम्मेवारी बड़ी ही चालाकी से निभाई जाती है क्योंकि मुँह सुजाई होती ही रहती हैं इन साहब की , इसी लिये पूरे भ्रष्टाचार के प्लान के साथ सिविल के उपखण्ड अधिकारी को प्रमोशन के बाद सिविल के EE/ अधिषाशी अभियन्ता पर मोटी मलाई चाट कर स्थानांतरण नीति की धज्जियां उड़ाते हुए पोस्ट कर दिया गया फिर क्या था उसी डिवीजन मे विगत 10 वर्ष से कुण्डली मारकर बैठे बाबू जो EE के साथ साले बहनोई के रिश्ते रखते है दोनों ने एकरूप दो स्वरूप वाले मुखिया और प्रशासन को मिला कर सिविल मे लम्बे पैमाने भ्रष्टाचार को अंजाम देने मे सफल हुए पर हम भी ठहरे खोजी पत्रकारिता से जूडे लोग डिस्कॉम मे लगातार सिविल के भ्रष्टाचार की उठती आवाज ने सत्ता के गलियारे तक गुजाने के कारण आज की तारीख मे बड़े पैमाने का रूप ले चुकी है हाईडिल कालोनी के आवासीय भवनो के अनुरक्षण मे मिलने वाली लाखो की धनराशि की बन्दर बाट की जा रही है अगर लाखो की धनराशि से पूरे कालोनी मे गिनेचुने अधिकारियों को छोड़ किसी अन्य किसी भी व्यक्ति को अनुरक्षण के नाम पर आवंटित धनराशि का कोई लाभ नही मिल पता जिसे लेकर कालोनीवासी अधिकारियों कर्मचारियो मे आक्रोस साफ तौर पर देखा जा सकता है इसी गुस्से से भड़के कर्मचारियो नेता द्वारा पूरे परिवार के साथ सिविल कार्यालय मे घुस कर धरना प्रदर्शन कर अपनी समस्या बताई और सिविल के जिम्मेदार अधिकारियों पर खुलेआम भ्रष्टाचार का आरोप लगाया परन्तु डिस्कॉम प्रशासन इस प्रकार के भ्रष्टाचार पर की पूरी तरह चुप्पी यह दर्शाती है कि डिस्कॉम का प्रशासन एक मात्र भ्रष्टाचारियों के साथ मिलकर उनके कवच के रूप मे काम कर रहा है यह वो ही अधिकारी है जो अपना काम निकालने के लिए अपना तन मन धन गयी सभी कुछ नीलाम कर देता है कई किस्से कहानियां लखनऊ में ठेकेदारों के बीच घूम फिर रही है साक्ष्य इकठ्ठा होते ही इसके खिलाफ़ भी मोर्चा शीध्र ही खोला जायेगा ।


*खैर भ्रष्टाचार व भ्रष्टाचारियों के खिलाफ यह युद्ध अभी शेष है**


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