एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने रात को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया। संसदीय दल की बैठक के बाद करीब साढ़े आठ बजे मोदी राष्ट्रपति भवन पहुंचे और राष्ट्रपति से मुलाकात की। राष्ट्रपति को एनडीए के 353 सांसदों का समर्थन पत्र देते हुए मोदी ने केंद्र में सरकार बनाने का दावा पेश किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने उन्हें देश की नई सरकार बनाने का न्योता दिया।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, ''आज एनडीए की मीटिंग हुई थी, आप सभी जानते हैं कि एनडीए के सभी सांसदों और सभी राजनैतिक दलों ने समर्वसम्मति से नेता चुनकरके मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं एनडीए के सभी साथियों को धन्यवाद देता हूं।
एनडीए के सभी साथियों ने राष्ट्रपति जी को इस बात की जानकारी दी है। मैंने भी राष्ट्रपति जी से उनके चेंबर में मुलाकात की है। राष्ट्रपति जी ने मुझे नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री पद का प्रमाणपत्र दिया है। मैं बहुत जल्द राष्ट्रपति जी की पास मंत्रिमंडल गठन से जुड़ी जानकारी पहुंचाऊंगा।''
इससे पहले मोदी को बीजेपी संसदीय दल और एनडीए का नेता चुना गया। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सांसदों ने समर्थन किया। बैठक में मोदी और शाह के अलावा, राजनाथ सिंह, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उद्धव ठाकरे, नितिन गडकरी और नितिश कुमार भी मोदी के साथ बैठे। इसके अलावा एनडीए की तरफ से मोदी के नाम का प्रस्ताव प्रकाश सिंह बादल ने रखा जिसका समर्थन एनडीए के सभी शीर्ष नेताओं ने किया