पुणे के डॉक्टर और लेखक अरुण गद्रे से दिल्ली में कुछ युवकों ने कथित तौर पर जबरदस्ती 'जय श्री राम' के नारे लगवाए। मामला 26 मई की सुबह का है, जब डॉ गद्रे सुबह की सैर पर निकले थे। कनॉट पैलेस के पास कुछ युवाओं ने उनको रोक लिया, पहले उनका धर्म पूछा और फिर जय श्रीराम के नारे लगाने को मजबूर किया गया।
गद्रे को 27 मई को ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए बिजनौर जाना था। गद्रे जंतर मंतर के पास वाईएमसीए में ठहरे हुए थे और सुबह टहलने निकले थे। गद्रे ने मामले में कोई एफआईआर नहीं की है। उन्होंने यह पूरी घटना अपने दोस्त प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, पत्रकार अनंत बागाईतकर को बताई। जिसके बाद ये मामला प्रकाश में आया।
अनंत बागाईतकर ने घटना के बारे में बताया, कहा, डॉ गद्रे जंतर-मंतर के पास वाईएमसी में रुके हुए थे, उन्हें अगले दिन बिजनौर में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के कार्यक्रम में जाना था। वह सुबह की सैर पर निकले तो कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर के पास छह-सात लड़कों ने उन्हें घेर लिया। उनसे धर्म पूछा गया और जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। गद्रे के धीरे से बोलने पर कहा गया कि क्या वो हिंदू नहीं हैं, जोर से जय श्रीराम का नारे लगाएं। गद्रे इस पूरी घटना से डर गए थे