मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा,मतगणना की सभी तैयारियां पूरी- किसी तरह ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी May 22, 2019 • - मानवी मीडिया

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Wednesday, May 22, 2019

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा,मतगणना की सभी तैयारियां पूरी- किसी तरह ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी May 22, 2019 •



लखनऊ। (उत्तर प्रदेश )की आम चुनाव लोकसभा के लिए सात चरणों में मतदान हुआ था कि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर विपक्षी दलों की आशंकाओं के बीच चुनाव आयोग ने राज्य की 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों हेतु प्रदेश के 75 जनपदों में गुरुवार को मतगणना के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। प्रदेश में कुल 1,63,484 मतदेय स्थलों (1,63,332 मूल तथा 152 सहायक) पर मतदान हुआ है। मतगणना हेतुु किसी जनपद में अवस्थित सभी विधानसभा क्षेत्रों की गणना उसी जनपद में स्थित मतगणना केंद्र पर संपादित की जाएगी। मतगणना केंद्रों के बाहर बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है,मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी केवल वैध पासधारक ही मतदान केन्द्रों में प्रवेश कर सकेंगे। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकटेश्वर लू ने बताया कि मतगणना के सभी इंतजाम पूरे हो गए हैं मतगणना ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि मतगणना प्रक्रिया के लिए निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के आदेश दे दिये गए हैं।" alt="" aria-hidden="true" />
वेंकटेश्वर लू ने बताया कि इस बार के परिणामों में विलंब हो सकता है क्योंकि हर विधानसभा क्षेत्र में पांच बूथों का वीवीपैट पर्चियों से पुनर्मिलान किया जाएगा। लगभग दर्जन भर संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त एहतियात बरती जा रही है और निषेधाज्ञा लागू की गयी है। चुनाव आयोग ने विजय जुलूस पर प्रतिबंध लगा रखा है। आयोग ने स्पष्ट कहा है कि आदेशों के अनुपालन में किसी तरह की ढिलायी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मतदान केन्द्रों पर तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। मतगणना सुचारू रूप से संचालित करने और कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिहाज से अर्द्धसैनिक बलों के 20 हजार कर्मी, पीएसी के 10 हजार कर्मी और लगभग दो लाख जिला पुलिसकर्मी तैनात किये गए हैं।          वेंकटेश्वर लू ने बताया कि प्रत्येक राउंड के बाद विधानसभा वार और लोकसभा का क्षेत्र वार परिणाम घोषित किया जाएगा। वहीं जो लोकसभा क्षेत्र एक से अधिक जिलों में हैं उनके परिणाम घोषित होने में थोड़ा अधिक समय लगेगा,  उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 77 केंद्रों पर मतगणना होगी। आगरा उत्तर और निघासन विधानसभा उप चुनाव की भी मतगणना 23 मई को ही होगी। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की मतगणना के लिए 14 टेबल और 1 आरओ टेबल लगाई जाएगी। पोस्टल बैलेट की मतगणना दो अलग-अलग श्रेणी में की जाएगी। सर्विस वोटर्स और मतदान कर्मी व चुनाव के सुरक्षाकर्मी के पोस्टल बैलेट की मतगणना अलग-अलग की जाएगी। पोस्टल बैलेट के मतों को अंत मे मतगणना में जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि मतगणना के लिए 149 प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। ईवीम और वीवीपैट का मिलान ईवीम की मतगणना पूरी होने के बाद अंत में किया जाएगा। उप्र में सात चरणों में चुनाव सम्पन्न हुआ था। पहला चरण 11 अप्रैल को हुआ था जबकि सातवें और अंतिम चरण का मतदान19 मई को सम्पन्न हुआ था। कुछ जगहों पर ईवीएम की गड़बड़ी की शिकायत के अलावा राज्य में मतदान आमतौर पर शांतिपूर्वक संपन्न हुआ।



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