राजनाथ सिंह सहित 15 प्रत्याशियों के भाग्य का होगा फैसला। मोहनलालगंज में कौशल किशोर सहित 12 प्रत्याशी। सुबह आठ बजे से शुरू हो जाएगी वोटों की गिनती। ... लखनऊ, जेएनएन। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मोहनलालगंज के सांसद कौशल किशोर सहित कुल 27 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला गुरुवार को होगा। लखनऊ और मोहनलालगंज लोकसभा सीटों की गिनती सुबह आठ बजे रमाबाई रैली स्थल पर शुरू हुुुुई। शुरूआती दौर से ही राजनाथ सिंह ने बढ़त बना ली है।
निर्वाचन अधिकारी कौशल किशोर के मुताबिक वोटों की गिनती के लिए सभी तैयारियां पूरी हैं। प्रत्येक विधानसभा की मतगणना के लिए 14 टेबल लगायी जा रही हैं। मतगणना सुचारू रूप से हो इसके लिए प्रत्येक टेबल पर माइक्रोआब्र्जवर तैनात किए गए हैं। देर शाम परिणाम घोषित किए जाएंगे।नयी परंपरा की शुरुआत
चुनाव के इतिहास में पहली बार एक नयी परंपरा की शुरुआत होगी। गुरुवार को ईवीएम में वोटों की गिनती के साथ ही वीवीपैट की पर्चियों की भी गणना की जाएगी जिसके बाद ही परिणाम जारी किए जाएंगे। प्रत्येक विधानसभा के पांच-पांच बूथों की वीवीपैट की पर्चियों की गणना की जाएगी।
सरोजनीनगर में सबसे अधिक 38 राउंड तक चलेगी मतगणना जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज शर्मा के मुताबिक सरोजनीनगर विधानसभा में सबसे अधिक 38 दौर तक काउंटिंग चलेगी। मोहनलालगंज में 30 व मलिहाबाद में 29 दौर तक मतगणना होगी। बख्शी का तालाब में 32 दौर तक मतगणना होगी। लखनऊ पश्चिम में 30 दौर तक, लखनऊ उत्तरी विधानसभा में 26, लखनऊ पूर्व में 29, लखनऊ मध्य में 25 और लखनऊ कैंट में 25 दौर तक काउंटिंग चलेगी।
फैक्ट फाइल लखनऊ लोकसभा सीट के लिए कुल 1091242 मत पड़े
602394 पुरुषों और 488845 महिलाओं ने वोट डाले मोहनलालगंज
कुल 1263560 मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया 6997743 पुरुष और 563764 महिलाओं ने वोट किया कहां कितने कितने वोट
विस पुरुष महिला
पश्चिम 132425 100881 उत्तर 129261 105955 पूर्व 122126 105828 मध्य 110220 88918 कैंट 108362 87263 कुल 602394 488845 मोहनलालगंज लोकसभा
सिधौली 124316 100856 मलिहाबाद 126608 102711 बीकेटी 156484 127657 सरोजनीनगर 167510 133588 मोहनलालगंज 124825 98952 दिव्यांग वोटर
मोहनलालगंज में 75.61 लखनऊ में 63.3 प्रतिशत लखनऊ लोकसभा
कुल वोटर - 14210 वोट पड़े - 8957 मोहनलालगंज
कुल वोटर - 17568 वोट पड़े - 13284 लखनऊ में कौन है मैदान में
पूनम सिन्हा - सपा गठबंधन प्रमोद कृष्णम - कांग्रेस राजनाथ सिंह - भाजपा अमर रायजादा - अभा जनसंघ कपिल चौधरी - मेरा अधिकार दल गनेश चौधरी - साफ पार्टी गिरीश पांडेय - सर्वोदय भारत पार्टी देव नरायण - पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया फहीम - इंडियन नेशनल लीग रमेश - आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक राम सागर पाल - आवामी समता पार्टी शमीम खान - नागरिक एकता पार्टी अविनाश चंद्र जैन-निर्दलीय जिमीदार सिंह -निर्दलीय संजय सिंह राणा - निर्दलीय मोहनलालगंज
कौशल किशोर - भाजपा आरके चौधरी -कांग्रेस सीएल वर्मा - बसपा गनेश रावत - प्रगतिशील सपा जगदीश गौतम - मानवता वादी समाज पार्टी राधा देवी - पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया राम सागर पासी - दयाराम शत्रोहन लाल - लोकदल सुशील कुमार -आदर्श संग्राम पार्टी जगदीश रावत - निर्दलीय प्रभावती देवी - निर्दलीय रमेश कुमार - निर्दलीय ड्रोन से होगी निगरानी, सुरक्षा के तगड़े इंतजाम
मतगणना के दौरान किसी तरह की गड़बड़ी नहीं हो इसकी खातिर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। मतगणना स्थल और इसके आसपास ड्रोन से निगरानी होगी। किसी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए दो पालियों में 4 एडिशनल एसपी, 11 क्षेत्राधिकारी, 22 थानाध्यक्ष, 19 इंस्पेक्टर, 228 सब इंस्पेक्टर, 31 महिला सब इंस्पेक्टर, 232 हेडकांस्टेबल, 1012 कॉस्टेबल, 208 महिला कांस्टेबल और एक कंपनी पीएसी और एक कम्पनी सीआरपीएफ की तैनाती की गई है।
राजनाथ सिंह लखनऊ संसदीय सीट पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह दूसरी पारी खेलने जा रहे हैं। सर्वे बता रहे हैं कि राजनाथ सिंह की जीत सुनिश्चित है। वर्ष 2014 का लोकसभा चुनाव उन्होंने भारी मतों से जीता था। वर्ष 2014 के चुनाव में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस उम्मीदवार रहीं प्रोफेसर रीता बहुगुणा जोशी को भारी मतों से हराया था। राजनाथ को 561106 मत तो रीता को 288357 मत मिले थे। ढलती उम्र के साथ राजनीति से तौबा करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी की कर्मभूमि को उनके खास माने जाने वाले लालजी टंडन ने संभाला था। अटल की खड़ाऊ के सहारे टंडन 2009 में संसद पहुंचे थे और वर्ष 2014 के चुनाव में लालजी टंडन का भाजपा से टिकट कटने के बाद राजनाथ सिंह को मैदान में उतारा गया था।
राजनाथ सिंह की जनीतिक यात्राएं
1977 में पहली बार राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर क्षेत्र से विधायक बने। राजनाथ सिंह 1977 में भाजपा के राज्य सचिव बने। 1986 में भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव बनने वाले राजनाथ सिंह 1988 में इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बनाए गए। 1988 में उत्तर प्रदेश की विधानपरिषद के सदस्य चुने गए। 1991 में उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। 1994 में राज्य सभा के सदस्य बने। 25 मार्च 1997 को ये उत्तर प्रदेश (भाजपा पार्टी) के प्रदेश अध्यक्ष बने। 22 नवम्बर 1999 को, वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री बने। 28 अक्टूबर 2000 को, उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य के 19वें मुख्यमत्रीं के रूप में शपथ ग्रहण की। 2002 में राजनाथ सिंह भाजपा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बने। 24 मई 2003 को, केंद्रीय कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया और उसके बाद उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण के लिए कार्य किया। 2004 में इन्हें भाजपा का राष्ट्रीय महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। भाजपा में राजनाथ सिंह के आगे बढऩे की यात्रा जारी रही। 31 दिसंबर 2005 को वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गए। 2009 उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद क्षेत्र से सांसद चुने गए। 2014 उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ क्षेत्र से सांसद चुने गए। 26 मई 2014 को राजनाथ सिंह केंद्रीय गृहमंत्री बनाए गए।