17 वीं लोकसभा के गठन और देश की बागडोर संभालने के लिए जनता ने जो मत दिया है उसका फैसला गुरुवार को हो जाएगा। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। सबसे पहले डाक मत पत्रों की गणना की जा रही है। इसमें मिले रुझानों के आधार पर भाजपा नीत एनडीए 41 तो यूपीए ने 10 सीटों पर बढ़त बना रखी है।वहीं देश की राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर नतीजे घोषित करने में पांच-छह घंटे की देरी हो सकती है।
दिल्ली की 70 में से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र की वीवीपैट मशीन से ईवीएम में पड़े वोटों का मिलान कराया जाएगा जिसमें अधिक समय लगेगा। यह जानकारी दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) रणबीर सिंह ने दी है। साल 2014 में, नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा ने लोकसभा की 543 में से 282 सीटों पर जीत हासिल की थी।
बहुमत के आंकड़े 272 को भाजपा ने आसानी से पार कर लिया था। भाजपा उस वक्त पिछले तीन दशक में अपने दम पर बहुमत हासिल करने वाली पहली पार्टी बनी थी। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 336 सीटें जीती थीं। दो बार यूपीए सरकार का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस सिर्फ 44 सीटें ही जीत पाई थी।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 11 अप्रैल को 69.43 प्रतिशत मतदान हुआ था, दूसरे चरण (18 अप्रैल) और तीसरे चरण के मतदान (23 अप्रैल) में लगभग 60 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं चौथे चरण (29 अप्रैल) में 64 प्रतिशत और 6 मई को हुए पांचवें चरण के मतदान में 57.33 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद 12 मई को हुए छठे चरण में 63.3 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। आज वोटों की गिनती 8 बजे से शुरू हो गई है।