कितना करना होगा निवेश
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट की प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, पहले महीने वर्किंग कैपिटल के तौर पर 1.50 लाख रुपये की जरूरत होगी। साथ आपको फिक्सड कैपिटल के तौर पर मशीनरी और इक्विपमेंट पर 3.50 लाख रुपये का खर्च करना होगा। इसमें आपको ड्रिल मशीन, ग्राइंडर, हाई वोल्टेज ब्रेक डाउन टेस्टर, ऑटो ट्रांसफार्मर, इंसुलेशन टेस्टर, टेस्टिंग सेटअप, डिजिटल मल्टीमीटर, वोल्टेज स्टबलाइजर, कंप्यूटर, प्रिंटर आदि शामिल है। इनके इंस्टॉलेशन पर लगभग 1 लाख 5 हजार रुपए खर्च होंगे। यानी कि 5 लाख 30 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट फिक्सड कैपिटल पर करना होगा। रा =मैटिरियल पर होगा इतना खर्च
इसके अलावा पहले 1000 सोलर लैम्प बनाने के लिए 17 लाख रुपए के रॉ-मैटिरियल की जरूरत पड़ेगी। इसमें सोलर पीवी मॉड्यूल, बैटरी, एलईडी, स्विच, इनपुट कनेक्टर, मॉडर्न प्लास्टिक कैबिनेट, फ्यूज, केबल, पीसीबी, सेमी कंडक्टर्स, रेसिसटर्स, कैपसिटर्स, ट्रांसिसटर्स, इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंपोनेंट आदि शामिल है। प्रोजेक्ट रिपोर्ट के मुताबिक, एक सोलर लैंप के लिए लगभग 1700 रुपये का रॉ-मैटिरियल यूज होगा।
कितनी होगी कमाई
यदि आप साल भर में 12000 सोलर लैम्प बनाते हैं तो आपका सारा खर्च मिलाकर 2, 43,66,000 रुपये खर्च होगे। जिसमें डेप्रिसिएशन और इंटरेस्ट भी शामिल हैं, जबकि यदि आप एक लैंप 2200 रुपये के रेट से बेचते हैं तो आपका सालाना टर्नओवर 2.64 करोड़ रुपये होगा और आपकी कुल बचत 20.33 लाख रुपये होगी।
सरकार से मिलेगा 2 करोड़ का लोन
सोलर लैंप फैक्ट्री लगाने के लिए केंद्र सरकार का सपोर्ट भी लिया जा सकता है। 2 करोड़ रुपये तक के लोन बिना किसी सिक्योरिटी के मिल सकते हैं। जिला उद्योग केंद्र से संपर्क करके या लोन के लिए अप्लाई करते वक्त आप बैंक से कह सकते हैं कि आपको केंद्र सरकार की क्रेडिट गारंटी स्कीम के तहत लोन दें। आप बैंकों द्वारा एमएसएमई कैटेगिरी को दिए जाने वाले लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस स्कीम के तहत आपको 80 फीसदी तक लोन भी मिल सकता है।