दुबई : ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। तनाव इतना बढ़ गया है कि ईरान ने यहां तक कह दिया है कि वह आसानी से खाड़ी देशों में अमेरिकी जहाजों को निशाना बना सकता है। हाल के दिनों में वॉशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव अपने चरम पर है। ईरान के राजनयिक लगातार कोशिश कर रहे हैं कि किस तरह से अमेरिकी प्रतिबंधों को खारिज किया जाए और न्यूक्लियर डील के मामले में अमेरिका के विरोध को कम कराया जाए। वहीं आज अमेरिकी राजनयिकों ने आगाह किया है कि फारस की खाड़ी के ऊपर से गुजरने वाले कमर्शियल विमानों को जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
अमेरिकी राजनयिकों ने उस जोखिम का जिक्र किया है जो मौजूदा तनाव से क्षेत्र के वैश्विक एयर ट्रैफिक के सामने पेश आ रहा है। लॉयड ऑफ लंदन ने भी क्षेत्र में समुद्री नौवहन के लिए बढ़े खतरे की चेतावनी दी है। फार्स न्यूज एजेंसी को दिए गए बयान में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉप्र्स (आईआरजीसी) के डिप्टी कमांडर सलेह जोकर ने कहा, हमारी कम दूरी तक मार करने वाली मिसाइलें भी अमेरिकी युद्धपोतों को खाड़ी के देशों में आसानी से निशाना बना सकती हैं। उन्होंने कहा, अमेरिका एक नया युद्ध नहीं झेल सकता। सामाजिक और मानव संसाधनों के लिहाज से अमेरिका की स्थिति बुरी है।