कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली में हुई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बेटों को लोकसभा चुनाव का टिकट देने पर नाराज़गी जताई थी। उनकी नाराजगी उन मुख्यमंत्रियों पर ज्यादा थी, जिन्होंने बेटे को टिकट दिलाने के लिए दबाव बनाया था। उस मुद्दे पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया आई है।
अशाेक गहलोत के बेटे जोधपुर से लोकसभा चुनाव लड़े थे और भाजपा उम्मीदवार व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से बड़े अंतर से चुनाव हार गए थे। दिल्ली में मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी जी को अधिकार है कहने का, क्योंकि वह कांग्रेस अध्यक्ष हैं। किस नेता की कहां कमी रही कैंपेन के अंदर, किस नेता की निर्णय में कहां कमी रही? यह कहने का उन्हें अधिकार है।
गहलोत ने कहा कि पहले भी ऐसा समय आ चुका है, जिसमें हम कमजोर रहे, लेकिन बाद में पार्टी उबरी और सत्ता में भी आई। राहुल गांधी के इस्तीफे की पेशकश पर गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी में ही मोदीजी का और एनडीए का सामना करने का दमखम है, जो उन्होंने 5 साल तक दिखाया। हार से हम लोग कोई घबराने वाले नहीं है, हार सकते हैं पर कांग्रेसजनों के अंदर हिम्मत में कोई कमी नहीं आई है।