लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि भाजपा व कांग्रेस दोनों ही पार्टियां एक जैसी हैं। हमने कांग्रेस के साथ कोई समझौता नहीं किया है, लेकिन बीजेपी को हराने के लिए रायबरेली और अमेठी सीट पर हमारी पार्टी का वोट कांग्रेस को मिलेगा। बसपा सुप्रीमो ने चुनाव बाद भाजपा के साथ जाने के कयासों को निराधार बताते हुए कहा कि सपा-बसपा गठबंधन सिर्फ वर्तमान के लिए नहीं बल्कि भविष्य के लिए भी है। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व इसके सामने लाचार नजर आ रहा है इसलिए दोनों पार्टियों को लेकर भ्रम फैला रहा है।
गौरतलब है कि शनिवार को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि सपा और कांग्रेस ने मायावती की पीठ में छुरा घोंपा है और उन्हें धोखा दे रही हैं। मोदी के मायावती पर अपनाए इस नरम लहजे के बाद कयास लगाए जाने लगे कि मायावती चुनाव बाद भाजपा के साथ जा सकती हैं।
बसपा प्रमुख ने साफ किया कि सपा-बसपा का यह गठबंधन सिर्फ केंद्र में नया प्रधानमंत्री व नई सरकार बनाने के लिए नहीं है बल्कि यूपी में भी भाजपा की सरकार को हटाएगा। बसपा प्रमुख ने कहा कि चार चरणों के चुनाव में जनता ने गठबंधन का समर्थन किया है जिससे कि भाजपा परेशान है। उन्होंने कहा कि 23 मई को देश को निरंकुश व अहंकारी शासन से मुक्ति मिल जाएगी।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण के तहत 14 सीटों पर सोमवार को मतदान होगा। उत्तर प्रदेश की वीआईपी लोकसभा सीटों में से एक अमेठी और रायबरेली हैं, जहां पर सभी की नजरें हैं। इस चरण में केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और स्मृति ईरानी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी एवं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी। भाजपा ने सोनिया गांधी की रायबरेली सीट और राहुल की अमेठी सीट को छोड़कर बाकी 12 सीटों पर 2014 के चुनाव में जीत दर्ज की थी।