अम्बाला लोकसभा चुनावों में बदजुबानी का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है - मानवी मीडिया

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Tuesday, May 7, 2019

अम्बाला लोकसभा चुनावों में बदजुबानी का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है

 

अम्बाला  लोकसभा चुनावों में बदजुबानी का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है और आए दिन नेताओं के आपत्तिजनक बयान मर्यादाओं को तार-तार कर रहे हैं। इसी कड़ी में कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'अहंकारी' बताते हुये उनकी तुलना 'दुर्योधन' से कर डाली। उधर, प्रियंका गांधी को जवाब देते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 23 मई को पता चल जाएगा कि दुर्योधन कौन है और अर्जुन कौन।


इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में जय श्रीराम के नारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा है कि वह तो नारे लगाएंगे, जो बन पड़ता है, उखाड़ लो। पश्चिम बंगाल के पश्चिम मेदिनीपुर में मंगलवार को एक चुनावी रैली में अमित शाह ने मंच से ही जय श्रीराम के नारे लगाए. इसके साथ ही भीड़ से भी जय श्रीराम के नारे लगवाए। 


अंबाला के कैंट क्षेत्र में प्रियंका गांधी ने गांधी मैदान में पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी कुमारी सैलजा के समर्थन में रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी मुद्दों की बात नहीं करती। इसके नेता कभी कहते हैं हाथी सो रहा है, शहीदों के नाम पर वोट मांगते हैं और कभी मेरे परिवार के शहीद सदस्यों का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव एक परिवार का नहीं बल्कि करोड़ो परिवारों का चुनाव है जिनकी उम्मीदों को मोदी सरकार ने तोड़ा है। प्रियंका ने मोदी पर निशाना साधते हुए उन पर उनके शहीद पिता का अपमान करने का आरोप लगाया और कहा कि इसे कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मोदी को अहंकारी बताया और कहा देश का ध्यान भटकाने की कोशिश की जा रही है लेकिन देश ने कभी अहंकार करने वाले को माफ नहीं किया है। इतिहास इसका गवाह है महाभारत में भी जब श्रीकृष्ण, दुर्योधन को समझाने गए थे तो दुर्योधन ने उन्हें ही बंदी बनाने की कोशिश की थी। उन्होंने इस प्रकरण पर राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता के माध्यम से मोदी की तुलना दुर्योधन से कर डाली। उन्होंने कविता का उल्लेख करते हुये कहा जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है, हरि ने भीषण हुंकार किया, अपना स्वरूप-विस्तार किया, डगमग-डगमग दिग्गज डोले, भगवान कुपित होकर बोले-जंजीर बढ़ा कर साध मुझे, हां, हां दुर्योधन! बांध मुझे।


 


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