बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर का वाराणसी से नामांकन रद्द होने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि जब वे लोग (भाजपा) राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांगते हैं तो उन लोगों को एक सैनिक का सामना भी करना चाहिए। जिन लोगों ने उन्हें (तेज बहादुर) खराब खाने की शिकायत को लेकर नौकरी से निकाल दिया उन्हें कैसे सच्चा देशभक्त कह सकते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी के तौर पर नामांकन करने वाले बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव का पर्चा खारिज हो गया है। निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी किए गए दो नोटिसों का जवाब देने बुधवार 11 बजे तेज बहादुर यादव अपने वकील के साथ आरओ से मिलने पहुंचे, लेकिन उनके नामांकन पत्र को खारिज कर दिया गया।
नामांकन रद्द होने के बाद तेज बहादुर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मेरा नामांकन गलत तरीके से खारिज किया गया है। मैं इस ज्यादती के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाऊंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नामांकन रद्द करने के लिए सरकार की तरफ से डीएम पर दबाव बनाया गया। 11 बजे तक मैं अपना स्पष्टीकरण जमा करने गया और मेरा नामांकन यह कहकर रद्द कर दिया गया कि मैैंने 11 बजे तक अपने साक्ष्य जमा नहीं कराए। ये तानाशाही रवैया है।
नामांकन पत्र के नोटिस का जवाब देने के दौरान तेज बहादुर के समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई। लेकिन पुलिस ने तेज बहादुर के समर्थकों को कचहरी परिसर से बाहर कर दिया। अब शालिनी यादव सपा की तरफ से चुनावी मैदान में मोदी को टक्कर देंगी।