प्राथमिक शिक्षा के नाम पर बच्चों को बेहतर व्यवस्था देने के लिए सरकार अरबों रुपए पानी की तरह बहा रही।
लेकिन जिनके कंधों पर यह जिम्मेदारी है। वह सुधरने का नाम नहीं ले रहे ताजा मामला गदागंज के धूता प्राथमिक विद्यालय का है।
यहां पर स्कूल में हो रहे भ्रष्टाचार के विरोध में वही के अध्यापक ने अपने को कमरे में बंद कर लिया। इसकी सूचना जैसे ही शिक्षा विभाग को हुई हड़कंप मच गया मौके पर ग्रामीणों के साथ ही गदा गंज थाने की पुलिस भी पहुंच गई लेकिन शिक्षक अपनी बात पर अड़ा रहा।
प्रधानाचार्य के पद पर तैनात अजय अवस्थी ने स्कूल के पूर्व में तैनात प्रधानाचार्य व शिक्षा मित्र के द्वारा स्कूल में अनियमितता वह भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया।
बताया कि यहां पर पूर्व में तैनात विजय कुमार शुक्ला नहीं आते थे और शिक्षा मित्र देशराज द्वरा उनके के फर्जी हस्ताक्षर बनाते थे। प्रधान इसको लेकर दबाव बनाते थे। और छात्रवृत्ति व मिड डे मील में घोटाले करते थे मैंने इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी को दी लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई।
अब इंचार्ज का स्थानांतरण हो गया है और वह मुझ पर जबरन कार्य मुक्त करने का दबाव बना रहे हैं। जबकि लाखों का घोटाला है। मैंने इसकी जानकारी एबीएसए को दी आज इसी को लेकर मैंने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया है।
खंड शिक्षा अधिकारी राजेश राम की मानें तो अध्यापक ने अपने आप को कमरे में बंद कर लिया था। जैसे ही इसकी जानकारी मिली तो यहां पर आकर उन्हें समझा बुझा कर बाहर निकाला गया।
उनकी मांग थी कि विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगने चाहिए और लाखों के घोटाले की जांच कराकर कारवाही की जाए। फिलहाल जांच कराई जाएगी और कार्यवाही की जायेगी।